कितनी बातें और करनी थी कितने वादे और करने थे कितने सपने और देखने थे पर तेरे पास वक्त कितनी बातें और करनी थी कितने वादे और करने थे कितने सपने और देखने थे पर ...
अब पहले जैसा भी कुछ नहीं रहा बस खालीपन है आंखों में सबके और दिल में घोर सन्नाटे . अब पहले जैसा भी कुछ नहीं रहा बस खालीपन है आंखों में सबके और दिल में घोर सन...
जो तेरे लिए हमने क्या क्या न है किए उसे वापस दे और तू चली जा जो तेरे लिए हमने क्या क्या न है किए उसे वापस दे और तू चली जा
बसंती हवा चली सबके मन लगी । गाँव-गाँव और गली तेजी से ये बही। बसंती हवा चली सबके मन लगी । गाँव-गाँव और गली तेजी से ये बही।
सब रास्ते सारी गली अब, महकती बन के कली, राहों में भटकती मैं चली, कभी इस गली कभी उस ग सब रास्ते सारी गली अब, महकती बन के कली, राहों में भटकती मैं चली, कभी इस...
आंगन आपके ही जन्मी, मैंने भी दादी संग तुलसी को सींचा था, जब जब बीमार पड़े थे बाबा आंगन आपके ही जन्मी, मैंने भी दादी संग तुलसी को सींचा था, जब जब बीमार...